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केंद्रीय गृहमंत्री शाह 7 राज्यों के DGP व CS के साथ नक्सलवाद के खात्मे की बना रहे रणनीति, समन्वय पर जोर

 Newsbaji  |  Aug 24, 2024 02:45 PM  | 
Last Updated : Aug 24, 2024 02:45 PM
रायपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बैठक ले रहे हैं.
रायपुर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बैठक ले रहे हैं.

रायपुर. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रायपुर में वामपंथी उग्रवाद के खात्मे के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. इस बैठक में छत्तीसगढ़ और उसके 7 पड़ोसी राज्यों के मुख्य सचिव और डीजीपी हिस्सा ले रहे हैं. बैठक का उद्देश्य नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए एक मजबूत और समन्वित रणनीति तैयार करना है. शाह ने अंतरराज्यीय समन्वय पर विशेष जोर दिया, ताकि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावी कार्रवाई की जा सके.

केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय पर जोर
इस बैठक में यह विचार किया गया कि नक्सलियों के सफाये के लिए केंद्र सरकार राज्यों को और कैसे सहयोग कर सकती है. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि नक्सलवाद के खात्मे के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के बीच समन्वय बहुत महत्वपूर्ण है. बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे. साथ ही झारखंड, ओडिशा, मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, और महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक भी मौजूद थे.

बस्तर में नक्सलियों की ताकत कमजोर करने पर फोकस
जानकारों का कहना है कि केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार अब बस्तर में नक्सलियों की बची-खुची ताकत को पूरी तरह खत्म करने या कमजोर करने पर फोकस कर रही हैं. इस अभियान में सुरक्षा बलों के निशाने पर नक्सलियों के बड़े नेता और माओवादियों की मिलिट्री कंपनियां और बटालियन होंगी. ये गुट अभी भी सक्रिय हैं और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है.

संयुक्त खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों का सहयोग
केंद्रीय और राज्य की खुफिया एजेंसियों, सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाने की तैयारी की जा रही है. हालांकि, हाल के वर्षों में पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ कई सफलताएं मिली हैं, लेकिन सेंट्रल कमेटी के किसी बड़े नेता को गिरफ्तार करने या उनके हथियारों की बड़ी जब्ती में अपेक्षित सफलता नहीं मिली है. नक्सलियों की असली ताकत उनकी मिलिट्री कंपनियों में है, जो फोर्स से लूटी गई एके-47, इंसास और एलएमजी से लैस ट्रेंड लड़ाके होते हैं.

नक्सलियों की कमर तोड़ने का केंद्र का फोकस
सूत्रों के अनुसार, अब केंद्र सरकार का मुख्य ध्यान नक्सलियों की कमर तोड़ने पर है. सुकमा, बीजापुर, और नारायणपुर के जंगलों में नक्सलियों की ताकतवर मानी जाने वाली दो बटालियन अभी भी सक्रिय हैं. इस बैठक में यह तय किया गया कि नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान तेज किए जाएंगे और उनकी ताकत को पूरी तरह खत्म करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे.

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