बिलासपुर. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का एक ट्वीट शुक्रवार को जमकर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने लिखा था कि छत्तीसगढ़ में दूसरे एम्स के लिए बिलासपुर का चयन करने संबंधी सहमति मिल गई है. इसके साथ ही ये खबर वायरल हो गई कि बिलासपुर में एम्स को मंजूरी मिल गई है. हालांकि बाद में सिंहदेव ने वह ट्वीट डिलीट कर दिया और कहा कि अनजाने में ये ट्वीट हो गया था. फिर उन्होंने नए ट्वीट में कुछ और बातें लिखी. इससे प्रदेश विशेषकर बिलासपुर के लोगों में असमंजस की स्थिति बनी रही.
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बाद में जो ट्वीट किया उसमें उन्होंने लिखा है कि गतदिवस, छत्तीसगढ़ विधानसभा में यह फैसला लिया गया है कि राज्य के दूसरे एम्स के लिए केंद्र सरकार के फैसले के बाद बिलासपुर का ही नाम प्रस्तावित किया जाएगा. जब भी छत्तीसगढ़ के लिए केंद्र द्वारा यह अनुमति पारित होगी तो राज्य में दूसरा एम्स बिलासपुर में ही स्थापित होगा. यानी एक बार सीधे मंजूरी की बात तो दूसरी बार में एक दिन पहले विधानसभा में हुई चर्चा का जिक्र.
बता दें कि पहले उन्होंने लिखा कि बिलासपुर एक और बड़ी सौगात मिलने जा रही है. छत्तीसगढ़ का दूसरा एम्स बिलासपुर में खुलने वाला है. इसमें उन्होंने प्रस्ताव को सहमति मिलने की बात कहने के अलावा प्रदेश में एक नए एम्स की स्थापना होने से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को अभूतपूर्व मजबूती मिलेगी कहते हुए मानों पुख्ता बात कह रहे थे.
विधानसभा में शैलेष ने उठाया था मुद्दा
बता दें कि छत्तीगढ़ विधानसभा में बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने बिलासपुर में एम्स खुलने के संबंध में सवाल किया था. इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बताया कि केंद्र को प्रस्ताव भेजा गया है कि प्रदेश में दूसरा एम्स बिलासपुर में खोला जाए. अब जब भी छत्तीसगढ़ का नंबर आता है तो एम्स की स्थापना बिलासपुर में ही की जाएगी. इसके बाद शाम को वे बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय समेत अपने अन्य समर्थकों के साथ बिलासपुर भी पहुंचे. यहां उनका अभिनंदन किया गया. तब उन्होंने अपनी बात रखी और बिलासपुर को एम्स के लिए बेहतर विकल्प बताया था.
बिलासपुर में ये कहा
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने शुक्रवार रात अपने स्वागत के बाद बिलासपुर में कहा था कि केंद्र सरकार ने फैसला लिया है कि छोटे राज्यों में एक-एक एम्स खुलेगा. वहीं बड़े राज्यों में एक से अधिक एम्स खोलने पर विचार किया जा रहा है. रायपुर एम्स में काम का बोझ बढ़ गया है. यहां छत्तीसगढ़ के अलावा आसपास के अन्य राज्यों से भी मरीज आते हैं. मरीजों को बिस्तर तक नहीं मिल पाता. दूसरा एम्स खोलने के लिए बिलासपुर को सबसे बेहतर विकल्प बताया.
कहा कि बिलासपुर को एम्स मिलने से तीन संभाग के लोगों को लाभ मिलेगा. हालांकि इस पर फैसला केंद्र सरकार को लेना है. राज्य सरकार की भूमिका बस इतनी होगी कि यदि छत्तीसगढ़ में एम्स खुलने का प्रस्ताव आया तो वह बिलासपुर का नाम प्रस्तावित करेगी.
पढ़ें दूसरा ट्वीट:
गतदिवस, छत्तीसगढ़ विधानसभा में यह फैसला लिया गया है की राज्य के दुसरे ऐम्स के लिए केन्द्र सरकार के फैसले के बाद बिलासपुर का ही नाम प्रस्तावित किया जाएगा। जब भी छत्तीसगढ़ के लिए केन्द्र द्वारा यह अनुमति पारित होगी तो राज्य में दूसरा ऐम्स बिलासपुर में ही स्थापित होगा।
— T S Singhdeo (@TS_SinghDeo) March 4, 2023
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