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नक्सल हमले में STF के दो जवान शहीद, चार घायल, जानें डिटेल

 Newsbaji  |  Jul 18, 2024 11:39 AM  | 
Last Updated : Jul 18, 2024 11:39 AM
बीजापुर में आईईडी की चपेट में आने से जवानों की शहादत हुई है.
बीजापुर में आईईडी की चपेट में आने से जवानों की शहादत हुई है.

बीजापुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के दंतेवाड़ा और सुकमा के सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार नक्सल गतिविधियों की जानकारी मिलने पर सुरक्षाबलों ने संयुक्त अभियान चलाया. 17 जुलाई 2024 को अभियान से वापस लौटते समय, बीजापुर के तर्रेम क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी ब्लास्ट में एसटीएफ के दो जवान शहीद हो गए और चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

बता दें कि दरभा डिविजन, पश्चिम बस्तर डिविजन और मिलेट्री कंपनी नंबर 2 के नक्सलियों की बढ़ती गतिविधियों के कारण 16 जुलाई 2024 को एसटीएफ, डीआरजी, कोबरा और सीआरपीएफ की टीमों ने विशेष अभियान में हिस्सा लिया. दो दिनों तक चले अभियान में कार्रवाई के बाद 17 जुलाई को जवान कैंप की ओर लौट रहे थे. इसी दौरान ये घटना हुई.

पुलिस विभाग ने तत्काल अतिरिक्त सुरक्षा बलों को उक्त क्षेत्र में भेजा. एसटीएफ के घायल जवानों को उचित चिकित्सा उपचार प्रदान करने के लिए आवश्यक प्रबंध किए गए हैं. अधिकारियों का कहना है कि इलाके में माओवादियों की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा किया जाएगा.

सुरक्षा बलों को लगातार मिल रही सफलताओं के बीच माओवादियों की हिंसक गतिविधियां भी यहां लगातार सामने आती रही है. इससे पहले भी जनवरी 2023 में, बीजापुर जिले में ही एक बड़े हमले में 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इसके अलावा, अप्रैल 2022 में सुकमा जिले में नक्सल हमले में सीआरपीएफ के 5 जवानों की जान चली गई थी.

नक्सलियों की इस गतिविधि ने सरकार और सुरक्षाबलों के सामने नई चुनौतियाँ खड़ी कर दी हैं. हालांकि, सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं और उन्हें निष्क्रिय करने के प्रयास कर रहे हैं. सुरक्षाबलों का कहना है कि वे नक्सलियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज करेंगे. पुलिस और सुरक्षा बल क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा के ग्रामीण क्षेत्रों में माओवादी गतिविधियों का प्रभाव खासकर उन इलाकों में देखा गया है जहां घना जंगल है. वहां नक्सलियों की पकड़ अब भी मजबूती से है, हालांकि अब इस पर प्रभावी रोक की ओर सुरक्षाबलों ने कदम आगे बढ़ा दिया है.

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